Tuesday 14 June 2016

Ganesh Laddu Vashikaran Mantra

ganesh chaturthi vrat kare, ganesh ji ki murti bnave, laddu 1-1 karke mantra bolte hue, 21 chadave, y laddu jis jis ko khilayenge vahi mohit ho jaega..
गणेश चतुर्थी व्रत करे और गणेश जी की मूर्ति बनायें, लड्डू  एक एक करके मंत्र बोलते हुए 21 चढ़ाये, ये लड्डू जिस को खिलाएंगे वाही मोहित हो जायेगा 

mantra:

"om namo jagat ganesh kanak kumar, kaman mala jadi sevante,chhat sar, kar modak ahar, raja moh, praja moh, sabha moh, pashu pakshi mohe, keet patange mohe, nari mohije, sri ganesh sardar ki duhai, guru ki shakti, hamari bhakti, furo mantra ishvaro vacha"
मंत्र
"ओम नमो जगत् गळेश कनक कुमार,कमल माला जडी सेवंते ,
 छट सार,कर मोदक आहार,राजा मोह,पर्जा मोह,सभा मोह,
 पशु पक्शी मोह,कीट पतंगे मोहे,नारी मोहीजे,शरी गनेश सरदार 
 की दुहाई,गुरु की शक्ती हमारी भक्ती,फुरो मंत्र ईशवरो वाचा"

Monday 1 February 2016

Mohini VAshikaran Mantra Hindi

Mohini Mantra ( मोहिनी वशिकरन मंत्र ) :-

om namo aadesh guru ka | mohini mohini kaha chali | bahar khudai kaam kan chali | falami falane ko dekh jare mare | mere ko dekhkar payan pade | chhu mantra kaya, aadesh , guru ki shakti, meri bhakti, furo mantro ishwaro wzcha, 

vidhi विधि  :-
 Kisi bhi shub muhurath me is mantra ka aashan par bina hile dule rudraksh mala se 11 mala mantra jup kijiye aur mantra jaap ke bad 108 bar mantra bolte huye sarso ke tel se hawan me aahuti dijiye,hawan me purn aahuti ke baad nimbu ki bali mantra bolkar dena hai aur thoda sa usi nimboo ka rus nichod kar dal lijiye yaha mantra siddhi purn ho jata hai, disha pashicham, vastra laal rang ke uchit hai,
mantra siddhi ke bad 5 parkar ke jadi buti ka powder banaana hai, aur usi par 108 bar mantra bol kar 3 funk maare fir jisko bhi khane me denge vah aapke vash me ho jayega, yah kriya aap apne liye bhi kar sakte hai, aur kisi aur vyakti ke liye bhi kar sakte hai, ye jadi buti pansari ki dukan me milta hai jo nimna parkar hai
1. Hathjodi, 2. payjodi, 3. indrajaal, 4. mohinijaal, 5. mayajaal

Wednesday 2 December 2015

Shree Ganesh Mohini Vashikaran Sadhna

Ganesh Mohini Vashikaran Mantra 

गणेश मोहिनी वशीकरण – shree ganesh mohini sadhna
मोहिनी साधनए तो बहुत है इन सभी में गणेश मोहिनी साधना श्रेष्ट कही गई है | वैसे तो मोहिनी साधनाये अपना पूर्ण प्रभाव रखती है | इन में से श्री गोरखनाथ मोहिनी ,शाह हजरत अली की सुलेमानी मोहिनी ,मोहमंद सहब की शाम कोर मोहिनी और पंज पीर मोहिनी प्रयोग वीर हनुमान मोहिनी रतड़ी मोहिनी बीबों मोहनी साबर साधनायों में बेमिसाल मानी गई है ! जहां मैं गणेश मोहिनी दे रहा हु यह मेरी अनुभूत साधना है ! ऐसी साधनाए मिलना भी सोभाग्य माना जाता है |साबर तंत्र , साधना के हर पहलू को उजागर करती है | चाहे वोह वीर साधना हो जा यक्षणी साधना साबर तंत्र आश्चर्ज से भरा हुया है !साधना तो दे रहा हु पर किसी भी हालत में इसका गलत प्रयोग न करे अथवा परिणाम भी आपको भुगतने पड़ेगे मैं जहां साधको की जिज्ञाशा के लिए यह अनुभूत साधना दे रहा हु कोई भी तर्क कुतर्क माईने नहीं रखता क्यू के इसे मैं स्व परख कर ही दे रहा हु यह साधना मुझे वावा श्याम जी से प्राप्त हुई थी | बहुत ही बेमिसाल साधना है | यह किसी भी असभव कार्य को सभव करने का बल रखती है | इसे करने के लिए अनुष्ठान करना पड़ता है यह एक दिन की साधना है और इसे घर में नहीं करना है | घर में करने से फलदायी नहीं होगी यह बात आप याद रखे |  इस लिए कोई ऐसा काम जो आपसे न हो पा रहा हो जैसे दफ्तर में नोकरी में प्रेशानी हो | या घर का महोल आपके अनुकूल नहीं है तो यह साधना राम बाण की तरह असर करती है | इस से किसी भी व्यक्ति को वश में कर अपना काम निकाला जा सकता है | पर यह बात भी जरूर कहनी चहुगा किसी भी हालत में किसी लड़की की ज़िंदगी खराब न करे वरना इसका उलट असर भी हो जाता है !
विधि –इस के लिए स्मगरी ले उस में निम्न वस्तुए 10-10 रुपेए की लेकर मिला ले !
1 –स्लीरा 
2-लाल चंदन पाउडर 
3-सफ़ेद चंदन पाउडर
4 बादाम 
5 शुयायारे 
5 गिरि गोला 
6 किसमिस
7 सरियाला 
8 अगर 
9 तगर
और जटा मासी और एक 1.50 किलो हवन स्मगरी आधा किलो तिल काले,
यह समान किसी भी पंसारी की दुकान से आसानी से मिल जाता है ! अगर कोई चीज न भी मिले तो भी कोई बात नहीं आप हवन में फूल मखाने और कमल गट्टे भी मिला सकते है | एक कटोरी शकर और आधा किलो शुद्ध घी मिला कर समग्री तयार कर ले और इस हवन के लिए आम की लकड़ चाहिए अब किसी भी नजदीक जंगल में जा कर रात्री को गणपती का पूजन और उस के बाद 1100 आहुति देनी है | इस मंत्र से ऐसा करने से साधना सिद्ध हो जाती है हवन करते हुए इस बात का ख्याल रखे के जंगल को आग न लगे इस लिए जा तो निर्जन सथान जा नदी का किनारा भी बेहतर है | रात 9 व्जे के पहचान्त हवन शुरू करे इस में तीन घंटे से ज्यादा का समय लग जाता है | भोग के लिए पाँच लड्डू रख ले और पुजा के पहचान्त साधना पूर्ण होने के बाद उहने वोही छोड़ दे और घर आ जाए जा जहां आपने स्टे की है वहाँ आ जाए | सिंदूर की एक डीबी साथ ले जाए और उसे खोल कर पास रख ले जब साधना पूर्ण हो जाए तो उसे साथ ले आए इस का तिलक सभी को समोहित कर देगा |
जहां एक बात जरूर कहनी चाहुगा कई लोग अपनी अनुकूलता के लिए साधना के नियम बना लेते है जब परिणाम सही नहीं मिलते तो साधना को गलत कह देते है | इस लिए साधना में दिये हुये नियमो की पालना अनिवार्य है ! 
साधना करने से पूर्व गुरु पूजन कर आज्ञा ले ले और फिर जंगल में जा कर रात 9 से 1 वजे तक साधना संम्पन कर ले इस में किसी प्रकार की हानी नहीं होती इस लिए सभी ड़र दिल से निकाल दे !
साबर मंत्र –
ॐ गणपती वीर वसे मसान ,जो मैं मांगु सो तुम आन !
पाँच लड्डू वा सिर संदूर त्रीभुवन मांगे चंपे के फूल!
अष्ट कुली नाग मोहा जो नाड़ी 72 कोठा मोहु !
इंदर की बैठी सभा मोहु आवती जावती ईस्त्री मोहु !
जाता जाता पुरुष मोहु ! डावा अंग वसे नर सिंह जीवने क्षेत्र पाला ये!
आवे मारकरनता सो जावी हमारे पाउ पड्न्ता!
गुरु की शक्ति हमारी भगती चलो मंत्र आदेश गुरुका !
kisi bhi striya purush ladke ladki ko vash me karne ka yah best upay ya tarika aur vashikaran mantra hai....

Tuesday 1 December 2015

Vashikaran Puja and Vashkaran urvashi Yantra Sadhna

इस यन्त्र को चमेली की लकड़ी की कलम से, भोजपत्र पर कुंकुम या कस्तुरी की स्याही से निर्माण करे।इस यन्त्र की साधना पूर्णिमा की रात्री से करें। रात्री में स्नानादि से पवित्र होकर एकान्त कमरे में आम की लकड़ी के पट्टे पर सफेद वस्त्र बिछावें, स्वयं भी सफेद वस्त्र धारण करें, सफेद आसन पर ही यन्त्र निर्माण व पूजन करने हेतु बैठें। पट्टे पर यन्त्र रखकर धूप-दीपादि से पूजन करें। सफेद पुष्प चढ़ाये। फिर पाँच माला “ॐ सं सौन्दर्योत्तमायै नमः।” नित्य पाँच रात्रि करें। पांचवे दिन रात्री में एक माला देशी घी व सफेद चन्दन के चूरे से हवन करें। हवन में आम की लकड़ी व चमेली की लकड़ी का प्रयोग करें।

Sunday 1 November 2015

Baglamukhi Vashikaran Mantra Hindi


बगलामुखी वशीकरण मन्त्र (Baglamukhi Vashikaran Mantra)

“ॐ मलयाचल बगला भगवती महाक्रुरी महाकराली राजमुखबन्धनं ग्राममुखबन्धनं ग्रामपुरुषबन्धनं कालमुखबन्धनं चौरमुखबन्धनं व्याघ्रमुखबन्धनं सर्वदुष्टग्रहबन्धनं सर्वजनबन्धनं वशीकुरू हुं फट स्वाहा।”
Mantra in English:-
 “Om Malyachal bagla bhagwati mahakruri mahakrali raj-mukh-bandhanam gram-mukh-bandhanam gram-purush-bandhanam kaal-mukh-bandhanam chaur-mukh-bandhanam vyaghra-mukh-bandhanam sarv-dusht-grah-bandhanam sarv-jan-bandhanam vashikuru hum phat swaha.”

Read the mantra at least 108 times daily facing east direction keeping your wish in mind for 41 days or till the time your wish is completed. Light joss sticks or other ritual stuff for fragrance. avoid eating non-veg or egg and be neat and clean. Feed the sparrows and other birds. Soon you will get success.


f

Thursday 29 October 2015

Vashikaran by Devi Mantra

 

देवी मंत्र द्वारा वशीकरण

 
वशीकरण का सामान्य और सरल अर्थ है- किसी को प्रभावित करना, आकर्षित करना या वश में करना। जीवन में ऐसे कई मोके आते हैं जब इंसान को ऐसे ही किसी उपाय की जरूरत पड़ती है। किसी रूठें हुए को मनाना हो या किसी अपने के अनियंत्रित होने पर उसे फिर से अपने नियंत्रण में लाना हो,तब ऐसे ही किसी उपाय की सहायता ली जा सकती है। वशीकरण के लिये यंत्र, तंत्र, और मंत्र तीनों ही प्रकार के प्रयोग किये जा सकते हैं। यहां हम ऐसे ही एक अचूक मंत्र का प्रयोग बता रहे हैं। यह मंत्र दुर्गा सप्तशती का अनुभव सिद्ध मंत्र है। यह मंत्र तथा कुछ निर्देश इस प्रकार हैं-

    ज्ञानिनामपि चेतांसि, देवी भगवती ही सा। बलादाकृष्य मोहाय, महामाया प्रयच्छति ।। 
यह एक अनुभवसिद्ध अचूक मंत्र है। इसका प्रयोग करने से पूर्व भगवती त्रिपुर सुन्दरी मां महामाया का एकाग्रता पूर्वक ध्यान करें। ध्यान के पश्चात पूर्ण श्रृद्धा-भक्ति से पंचोपचार से पूजा कर संतान भाव से मां के समक्ष अपना मनोरथ व्यक्त कर दें। वशीकरण सम्बंधी प्रयोगों में लाल रंग का विशेष महत्व होता है अत: प्रयोग के दोरान यथा सम्भव लाल रंग का ही प्रयोग करें। मंत्र का प्रयोग अधार्मिक तथा अनैतिक उद्देश्य के लिये करना सर्वथा वर्जित है।

Wednesday 28 October 2015

Muslim Vashikaran Mantra Paryog


मुस्लिम वशीकरण-प्रयोग

Muslim Vashikaran Mantra Paryog
1. “आगिशनी माल खानदानी। इन्नी अम्मा, हव्वा यूसुफ जुलैखानी। ‘फलानी’ मुझ पै हो दीवानी। बरहक अब्दुल कादर जीलानी।”
विधिः- पूरा प्रयोग २१ दिन का है, किन्तु ११ दिन में ही इसका प्रभाव दिखाई देने लगता है। इस प्रयोग का दुरुपयोग कदापि नहीं करना चाहिए, अन्यथा स्वयं को भी हानि हो सकती है। साधना-काल में मांस, मछली, लहसुन, प्याज, दूध, दही, घी आदि वस्तुओं का प्रयोग नहीं करना चाहिए। स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहन कर साधना करनी चाहिए। पवित्रता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। लम्बी धोती या स्वच्छ वस्त्र को ‘अहराना’ की तरह बाँध कर साधना करनी चाहिए। शेष बची हुई धोती या कपड़े को शरीर पर लपेटते हुए सिर को ढँक लेना चाहिए। एक ही कपड़े से पूरा शरीर ढँकना चाहिए, जैसे हिन्दू-स्त्रियाँ पहनती है।
उक्त मन्त्र की साधना रात्रि में, जब ‘नमाज’ आदि का समय समाप्त हो जाता है, तब करनी चाहिए। साधना करने से पहले मुसलमानी विधि से वजू करे। हो सके, तो नहा ले। जप या तो हिन्दू-विधि से करे या मुसलमानी विधि से। हिन्दू-विधि में माला का दाने अपनी तरफ घुमाए जाते हैं। मुसलमानी विधि में माला के दाने अपनी तरफ से आगे की ओर खिसकाए जाते हैं। प्रतिदिन 1100 बार जप करे। यदि 11 दिन से पहले ‘साध्य’ आ जाए, तो न तो अधिक घुल-मिल कर बात करे, न ही किसी प्रकार का क्रोध करे। कोई बहाना बनाकर उसके पास से हट जाए। यदि 11 दिन में कार्य न हो तो २१ दिन तक जप करे। मन्त्र में ‘फलानी’ की जगह ‘साध्या’ का नाम लेना चाहिए।

2. “काला मयींयो इल इजामा वहैया रमीम।”
विधिः-
उक्त मन्त्र ‘कुरान शरीफ’ के 23वें ‘पारे’ में है। इस मन्त्र का दुरुपयोग कदापि न करे, अन्यथा स्वयं की हानि हो सकती है।
साधना में एक मिट्टी का चौड़ा बर्तन रखे। बर्तन में हवा जाने के लिए नीचे की ओर दो-चार छोटे-छोटे छेद करे। बर्तन में आम की लकड़ी के कोयले भर दें। कुछ कोयले अलग रख ले। बर्तन के कोयले जला कर एक बार ‘बिस्मिल्लाह’ एढ़े और ग्यारह बार ‘दरुद शरीफ’ पढ़े तथा खुदा से ‘प्रयोग’ की सफलता हेतु दुआ करे। फिर बाँएँ हाथ में एक काली मिर्च तथा दाहिने हाथ में माला लेकर उक्त मन्त्र 40 बार पढ़े। काली मिर्च और कोयले को फूँक मारते हुए मिट्टी के बर्तन में जलते हुए कोयले पर डाले। यदि ‘साध्य’ का नाम ज्ञात हो, तो उसका नाम कभी-कभी ले ले। अन्यथा उसका स्मरण करे। इस प्रकार ११ दिनों तक करे। यदि बीच में ‘साध्य’ आ जाए, तो भी ११ दिन तक ‘प्रयोग’ करे। अधूरा न छोड़े।

3. “बिस्मिल्लाहे रहेमानिर्रहीम, आलमोती होवल्लाह।”
विधिः- शुक्रवार से जप प्रारम्भ करे, लोहबान की धूप दे। कान में ‘गुलाब के इत्र’ का फाहा लगाए। 40 दिनों तक रात्रि के समय नित्य एक माला जप करे। प्रयोग के समय सात बार किसी खाने-पीने की वस्तु पर फूँक मारकर खिलाए। इससे किसी को भी वश में किया जा सकता है।

4. “बिस्मिल्लाहे रहेमानिर्रहीम सलामुन, कौलुनमि-नरर्विवरहीम तनजोलुल अजिजुर्रहीम।”
विधिः- उक्त मन्त्र के अनुसार प्रयोग के समय एक बार ‘बिस्मिल्लाह’ पढ़कर अपने हाथों की दोनों हथेलियों पर फूँक मारकर अपने चेहरे पर इन हथेलियों को फेरे। जहाँ जाएँगे, लोग वशीभूत होंगे।

5. “बिस्मिल्लाह हवाना कुलु अल्ला, हथगाना दिल है सख। तुम हो दाना, हमारे बीच फलाने/फलानी को करो दिवाना।”
विधिः- शुक्रवार से प्रारम्भ करे। लोहबान जलता रहे। २१ बार ‘बिनौला’ लेकर, प्रत्येक बिनौला पर २१ बार उक्त मन्त्र पढ़कर फूँक मारे। फलाने/फलानी की जगह जिसे वश में करना है, उसका नाम ले। फिर उन बिनौलों को आग में डाल दे। ऐसा सात शुक्रवार तक करे। यह मन्त्र उसी अवस्था में काम करेगा, जब एक-दूसरे को जानते-पहचानते हों।

Vashikaran karane ke aasan upay

1. यदि शत्रु अनावश्यक परेशान कर रहा हो तो भोजपत्र का टुकड़ा लेकर उस पर लाल चंदन से शत्रु का नाम लिखकर शहद की डिब्बी में डुबोकर रख दें। शत्रु वश में आ जाएगा।
2. काले कमल, भवरें के दोनों पंख, पुष्कर मूल, श्वेत काकजंघा - इन सबको पीसकर सुखाकर चूर्ण बनाकर जिस पर डाले वह वशीभूत होगा।
3. छोटी इलायची, लाल चंदन, सिंदूर, कंगनी , काकड़सिंगी आदि सारी सामग्री को इक्ट्ठा कर धूप बना दें व जिस किसी स्त्री के सामने धूप देगें वह वशीभूत होगी।
4. काकजंघा, तगर, केसर इन सबको पीसकर स्त्री के मस्तक पर तथा पैर के नीचे डालने पर वह वशीभूत होती है।
5. तगर, कूठ, हरताल व केसर इनको समान भाग में लेकर अनामिका अंगुली के रक्त में पीसकर तिलक लगाकर जिसके सम्मुख आएंगे वह वशीभूत हो जाएगा। ज्यादातर सभावशीकरण करने के लिए यह प्रयोग किया जाता है।
6. पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में अनार की लकड़ी तोड़कर लाएं व धूप देकर उसे अपनी दांयी भुजा में बांध लें तो प्रत्येक व्यक्ति वशीभूत होगा।
7. शुक्ल पक्ष के रविवार को ५ लौंग शरीर में ऐसे स्थान पर रखें जहां पसीना आता हो व इसे सुखाकर चूर्ण बनाकर दूध, चाय में डालकर जिस किसी को पिला दी जाए तो वह वश में हो जाता है।
8. पीली हल्दी, घी (गाय का), गौमूत्र, सरसों व पान के रस को एक साथ पीसकर शरीर पर लगाने से स्त्रियां वश में हो जाती है।
9. बैजयंति माला धारण करने से शत्रु भी मित्रवत व्यवहार करने लगते हैं। भगवान श्री कृष्ण ने यह माला पहनी हुई थी व उन्हें यह अतिप्रिय थी व उनमें सबको मोहित करने की अद्भुत क्षमता भी थी।
10. कई बार पति किसी दूसरी स्त्री के चंगुल में आ जाता है तो अपनी गृहस्थी बचाने के लिए स्त्रियां यह प्रयोग कर सकती हैं। गुरुवार रात 12 बजे पति के थोड़े से बाल काटकर जला दें व बाद में पैर से मसल दें अवश्य ही जल्दी ही पति सुधर जाएगा।
11. कनेर पुष्प व गौघृत दोनों को मिलाकर, वशीकरण यंत्र रखें व आकर्षण मंत्र का जप करें। जिसका नाम लेकर 108 बार जप करेंगे तो वह सात दिन के अंदर वशीभूत हो जाएगा।

Tuesday 27 October 2015

Achuk Vashikaran Mantra Paryog

मंत्र :-
"ऐं पिन्स्थां कलीं काम-पिशाचिनी शिघ्रं ‘अमुक’ ग्राह्य ग्राह्य, कामेन मम रुपेण वश्वैः विदारय विदारय, द्रावय द्रावय, प्रेम-पाशे बन्धय बन्धय, ॐ श्रीं फट्।"
विधि- 
उक्त मन्त्र को पहले पर्व, शुभ समय में 20000 जप कर सिद्ध कर लें। प्रयोग के समय ‘साध्य’ के नाम(जिसको वश में करना हो) का स्मरण करते हुए प्रतिदिन 108 बार मन्त्र जपने से ‘वशीकरण’ हो जाता है।

Tuesday 13 October 2015

Sammohan Vashikaran Tantra Sadhana - सम्मोहन वशीकरण साधना

Sammohan Vashikaran Sadhana - सम्मोहन वशीकरण साधना
मंत्र :-
           ॐ नमो आदेश गुरु का सिद्ध माला स्तम्भनी मोहिनी वशीकरणी 
            आमुक मोहिनी ममवशय करि करि ईच्छित कार्य पूर्ति कुरु स्वाहा: ॥ 
प्रयोग विधि :-
                       yah prayog kisi bhi sukrawar se shuru karna chahiye, pahle dus hajaar mantra ka jup karne    par yah siddh ho jata hai siddh karne ke liye samne lakdike takhte par safed kapda bichhakar uspar kisi katori me siyar singi rakh le aur us par keshar se tilak kar de, samne dipak laga de aur agarbati jalaye fir rudraksh ki mala se mantra ka jaap kare,
dus hajar mantra ka jup karne par yah prayog siddh ho jata hai. tab us siyar singi ko kisi gopiniy sthan par rakh de aur jab kisi ko apne vash me karna ho to siyar singi kr pas me ya upar thodi si chini ya milk ka prasaddh ya supari ya pan ya koi bhi vastu rakh kar keval 11 bar yah mantra aur amuk kesthan par uska naam le kitna bhi kathor dil ho aapke kadmo me aa padega..



Monday 12 October 2015

Shukar Dant Vashikaran Prayog

"Om him kli kli shree varah dantay bhairavay namaha:"

shukar dant vashikaran ek achuk  prayog hai . jisko btaye anusar prayog karane par laabh hoga
नोट:- बताये गये वशीकरण प्रयोगो  में  आपको  सफलता प्राप्त नही हो पा रही हैं तो बाबाजी का मार्ग दर्शन ले सकते हो या बाबा जी से करवा सकते हो 

Saturday 10 October 2015

Powerful Kamakhya Devi mantra


Kamakhya Beej Mantra:-

क्लीं क्लीं कामाख्या क्लीं क्लीं नमः |
 Kleem Kleem Kaamaakhyaa Kleem Kleem namah |

Kamakhya Vashikaran Mantra:-

Om namo kamakshi devi aamuki me vansham kuru kuru swaha |
Kamakhya Devi Mantra:--
Kamakhy Varade Devi Nilparvatvasini,
Twam Devi Jagatam Mataryonimudre Namostute |

Kamakhya Pranam Mantra:-

Kamakhye kaam sampane kamesvari hari priye,
Kaamnaam dehi me nityem kaamesvari namostute|
According to Hindu Mythology chanting of Kamakhya Mantra regularly is the most powerful way to please Goddess Kamakhya and get her blessing.
How to chant Kamakhya Mantra
To get the best result you should chant Kamakhya Mantra early morning after taking bath and in front of Goddess Kamakhya Idol or picture. You should first understand the Kamakhya Mantra meaning in hindi to maximize its effect.
Benefits of Kamakhya Mantra
Regular chanting of Kamakhya Mantra gives peace of mind and keeps away all the evil from your life and makes you healthy, wealthy and prosperous.

Saturday 3 October 2015

Powerful Tilak Vashikaran Mantra and Upay

 

Tilak se Vashikaran Karane ka upay

हर कोई दूसरे को मोहित या वश में कर लेना चाहता है। दूजों को आकर्षित करने के लिए तिलक लगाना सर्वोत्तम प्रयोग है।वशीकरण तिलक बनाने के लिए निम्न पदार्थ का उपयोग करना चाहिए-शुद्ध सिन्दूर, शुद्ध केसर, शुद्ध गोरोचन को बराबर भाग में मिलाकर एक चांदी की डिबिया में रखना चाहिए। प्रातः सूर्योदय के उपरान्त इस डिबिया में से तिलक लगाना चाहिए।
तिलक लगाने के लिए भी भृकुटि के मध्य आज्ञाचक्र पर ही लगाना चाहिए।
तिलक लगाते समय अधोलिखित मन्त्र को पढ़ना चाहिए-
ऊँ नमः सर्व लोक वशंकराय कुरु कुरु स्वाहा।
इस प्रयोग को करके आप भी लाभ उठाएं और दूजों को भी बताएं जिससे वे भी लाभ उठा सकें। यह मन्त्र और प्रयोग अनुभूत है। इसे आप करके लाभ उठा बता सकते हैं। यह प्रयोग वशीकरण प्रयोग है इसका दुरुपयोग न करके दूजों के हित के लिए उपयोग में लाना चाहिए। इस प्रयोग में मन्त्र व तिलक दोनों की महत्ता है।
Note:- aapko vashikaran ka durparyog  nahi karna hai warna aap paap ke bhagidar ban jate hai

Friday 2 October 2015

karja mukti ke saral upay in Hindi

हाथ में दोष होने के कारण किसी न किसी प्रकार कर्जा बना रहता है या फिर तकलीफो को सामना करना पड़ता है-
suraj ko jal dena
उपाय :

कर्जा मुक्ति के लिए सरल उपाय -

१. पांच गुलाब के फूल ले ले जिनकी पंखुड़िया टूटी न हो फिर एक सवा मीटर सफेद कपडा ले और उसके चारो कोनो में चार गुलाब के फूल बांध दे और आखिरी फूल बीच में  बांध दे और फिर इस कपडे को गंगा में डाल दे -
ये उपाय शनिवार को करना है -

२. सूर्य को जल दे प्रत्येक रविवार को ताम्बे  लोटे में 31 बीज लाल मिर्च के डाल  कर सूरज को जल दे -


Hath mein dosh hone ke karan vykti pr kisi na kisi prakaar ka karja bana rahata hai aur wo insaan takleefo ka samna karta rahata hai- (Baba dev nath)

Karz Mukti Ke Liye Saral Upay:-

1. Paanch gulaab ke fool lene hai shaniwar ke din jinki pankhudiya tooti na ho aur sawa meter safed kapda aur chaar gulaab ke fulo ko charo kono mein bandh dena hai aur aakhiri gulaab ke phool ko beech mein bandh dena hai aur phir us kapde ko ganga mein daal de na hai- (http://indianpalmreading.blogspot.com)

2. Surya ko prtyek ravivar ko jal dena hai.  Ek taambe ke lotte mein 31 laal mirch ke beej daal kar suraj devta ko jal de.

Monday 28 September 2015

Kali Sabar Mantra Ke Achuk Paryog

"Kali Kali Maha kali, Inder ki beti Brahma ki sali
Piti bhar bhar rakt payali, ud baithi pipal ki dali
Dono hath bajai tali, Jahan jai vajra ki tali,
Vahan na aye dushman hali,
Duhai kamro kamakhya naina yogni ki,
Ishwar mahadev gora parvti ki,
Duhai veer masan ki". 


40 din 108 bar roj jap kar sidh kare, paryog ke time padh kar teen bar jor se tali bajaye, jahan tak tali
ki awaj jayegi, dushman ka koi var ya bhoot pret asar nahi karega.

काली काली महा-काली, इन्द्र की बेटी, ब्रह्मा की साली। पीती भर भर रक्त प्याली, उड़ बैठी पीपल की डाली। दोनों हाथ बजाए ताली। जहाँ जाए वज्र की ताली, वहाँ ना आए दुश्मन हाली। दुहाई कामरो कामाख्या नैना योगिनी की, ईश्वर महादेव गोरा पार्वती की, दुहाई वीर मसान की।।”
विधिः- प्रतिदिन 108 बार 40 दिन तक जप कर सिद्ध करे। प्रयोग के समय पढ़कर तीन बार जोर से ताली बजाए। जहाँ तक ताली की आवाज जायेगी, दुश्मन का कोई वार या भूत, प्रेत असर नहीं करेगा।