Wednesday, 2 December 2015

Shree Ganesh Mohini Vashikaran Sadhna

Ganesh Mohini Vashikaran Mantra 

गणेश मोहिनी वशीकरण – shree ganesh mohini sadhna
मोहिनी साधनए तो बहुत है इन सभी में गणेश मोहिनी साधना श्रेष्ट कही गई है | वैसे तो मोहिनी साधनाये अपना पूर्ण प्रभाव रखती है | इन में से श्री गोरखनाथ मोहिनी ,शाह हजरत अली की सुलेमानी मोहिनी ,मोहमंद सहब की शाम कोर मोहिनी और पंज पीर मोहिनी प्रयोग वीर हनुमान मोहिनी रतड़ी मोहिनी बीबों मोहनी साबर साधनायों में बेमिसाल मानी गई है ! जहां मैं गणेश मोहिनी दे रहा हु यह मेरी अनुभूत साधना है ! ऐसी साधनाए मिलना भी सोभाग्य माना जाता है |साबर तंत्र , साधना के हर पहलू को उजागर करती है | चाहे वोह वीर साधना हो जा यक्षणी साधना साबर तंत्र आश्चर्ज से भरा हुया है !साधना तो दे रहा हु पर किसी भी हालत में इसका गलत प्रयोग न करे अथवा परिणाम भी आपको भुगतने पड़ेगे मैं जहां साधको की जिज्ञाशा के लिए यह अनुभूत साधना दे रहा हु कोई भी तर्क कुतर्क माईने नहीं रखता क्यू के इसे मैं स्व परख कर ही दे रहा हु यह साधना मुझे वावा श्याम जी से प्राप्त हुई थी | बहुत ही बेमिसाल साधना है | यह किसी भी असभव कार्य को सभव करने का बल रखती है | इसे करने के लिए अनुष्ठान करना पड़ता है यह एक दिन की साधना है और इसे घर में नहीं करना है | घर में करने से फलदायी नहीं होगी यह बात आप याद रखे |  इस लिए कोई ऐसा काम जो आपसे न हो पा रहा हो जैसे दफ्तर में नोकरी में प्रेशानी हो | या घर का महोल आपके अनुकूल नहीं है तो यह साधना राम बाण की तरह असर करती है | इस से किसी भी व्यक्ति को वश में कर अपना काम निकाला जा सकता है | पर यह बात भी जरूर कहनी चहुगा किसी भी हालत में किसी लड़की की ज़िंदगी खराब न करे वरना इसका उलट असर भी हो जाता है !
विधि –इस के लिए स्मगरी ले उस में निम्न वस्तुए 10-10 रुपेए की लेकर मिला ले !
1 –स्लीरा 
2-लाल चंदन पाउडर 
3-सफ़ेद चंदन पाउडर
4 बादाम 
5 शुयायारे 
5 गिरि गोला 
6 किसमिस
7 सरियाला 
8 अगर 
9 तगर
और जटा मासी और एक 1.50 किलो हवन स्मगरी आधा किलो तिल काले,
यह समान किसी भी पंसारी की दुकान से आसानी से मिल जाता है ! अगर कोई चीज न भी मिले तो भी कोई बात नहीं आप हवन में फूल मखाने और कमल गट्टे भी मिला सकते है | एक कटोरी शकर और आधा किलो शुद्ध घी मिला कर समग्री तयार कर ले और इस हवन के लिए आम की लकड़ चाहिए अब किसी भी नजदीक जंगल में जा कर रात्री को गणपती का पूजन और उस के बाद 1100 आहुति देनी है | इस मंत्र से ऐसा करने से साधना सिद्ध हो जाती है हवन करते हुए इस बात का ख्याल रखे के जंगल को आग न लगे इस लिए जा तो निर्जन सथान जा नदी का किनारा भी बेहतर है | रात 9 व्जे के पहचान्त हवन शुरू करे इस में तीन घंटे से ज्यादा का समय लग जाता है | भोग के लिए पाँच लड्डू रख ले और पुजा के पहचान्त साधना पूर्ण होने के बाद उहने वोही छोड़ दे और घर आ जाए जा जहां आपने स्टे की है वहाँ आ जाए | सिंदूर की एक डीबी साथ ले जाए और उसे खोल कर पास रख ले जब साधना पूर्ण हो जाए तो उसे साथ ले आए इस का तिलक सभी को समोहित कर देगा |
जहां एक बात जरूर कहनी चाहुगा कई लोग अपनी अनुकूलता के लिए साधना के नियम बना लेते है जब परिणाम सही नहीं मिलते तो साधना को गलत कह देते है | इस लिए साधना में दिये हुये नियमो की पालना अनिवार्य है ! 
साधना करने से पूर्व गुरु पूजन कर आज्ञा ले ले और फिर जंगल में जा कर रात 9 से 1 वजे तक साधना संम्पन कर ले इस में किसी प्रकार की हानी नहीं होती इस लिए सभी ड़र दिल से निकाल दे !
साबर मंत्र –
ॐ गणपती वीर वसे मसान ,जो मैं मांगु सो तुम आन !
पाँच लड्डू वा सिर संदूर त्रीभुवन मांगे चंपे के फूल!
अष्ट कुली नाग मोहा जो नाड़ी 72 कोठा मोहु !
इंदर की बैठी सभा मोहु आवती जावती ईस्त्री मोहु !
जाता जाता पुरुष मोहु ! डावा अंग वसे नर सिंह जीवने क्षेत्र पाला ये!
आवे मारकरनता सो जावी हमारे पाउ पड्न्ता!
गुरु की शक्ति हमारी भगती चलो मंत्र आदेश गुरुका !
kisi bhi striya purush ladke ladki ko vash me karne ka yah best upay ya tarika aur vashikaran mantra hai....

Tuesday, 1 December 2015

Vashikaran Puja and Vashkaran urvashi Yantra Sadhna

इस यन्त्र को चमेली की लकड़ी की कलम से, भोजपत्र पर कुंकुम या कस्तुरी की स्याही से निर्माण करे।इस यन्त्र की साधना पूर्णिमा की रात्री से करें। रात्री में स्नानादि से पवित्र होकर एकान्त कमरे में आम की लकड़ी के पट्टे पर सफेद वस्त्र बिछावें, स्वयं भी सफेद वस्त्र धारण करें, सफेद आसन पर ही यन्त्र निर्माण व पूजन करने हेतु बैठें। पट्टे पर यन्त्र रखकर धूप-दीपादि से पूजन करें। सफेद पुष्प चढ़ाये। फिर पाँच माला “ॐ सं सौन्दर्योत्तमायै नमः।” नित्य पाँच रात्रि करें। पांचवे दिन रात्री में एक माला देशी घी व सफेद चन्दन के चूरे से हवन करें। हवन में आम की लकड़ी व चमेली की लकड़ी का प्रयोग करें।

Sunday, 1 November 2015

Baglamukhi Vashikaran Mantra Hindi


बगलामुखी वशीकरण मन्त्र (Baglamukhi Vashikaran Mantra)

“ॐ मलयाचल बगला भगवती महाक्रुरी महाकराली राजमुखबन्धनं ग्राममुखबन्धनं ग्रामपुरुषबन्धनं कालमुखबन्धनं चौरमुखबन्धनं व्याघ्रमुखबन्धनं सर्वदुष्टग्रहबन्धनं सर्वजनबन्धनं वशीकुरू हुं फट स्वाहा।”
Mantra in English:-
 “Om Malyachal bagla bhagwati mahakruri mahakrali raj-mukh-bandhanam gram-mukh-bandhanam gram-purush-bandhanam kaal-mukh-bandhanam chaur-mukh-bandhanam vyaghra-mukh-bandhanam sarv-dusht-grah-bandhanam sarv-jan-bandhanam vashikuru hum phat swaha.”

Read the mantra at least 108 times daily facing east direction keeping your wish in mind for 41 days or till the time your wish is completed. Light joss sticks or other ritual stuff for fragrance. avoid eating non-veg or egg and be neat and clean. Feed the sparrows and other birds. Soon you will get success.


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Thursday, 29 October 2015

Vashikaran by Devi Mantra

 

देवी मंत्र द्वारा वशीकरण

 
वशीकरण का सामान्य और सरल अर्थ है- किसी को प्रभावित करना, आकर्षित करना या वश में करना। जीवन में ऐसे कई मोके आते हैं जब इंसान को ऐसे ही किसी उपाय की जरूरत पड़ती है। किसी रूठें हुए को मनाना हो या किसी अपने के अनियंत्रित होने पर उसे फिर से अपने नियंत्रण में लाना हो,तब ऐसे ही किसी उपाय की सहायता ली जा सकती है। वशीकरण के लिये यंत्र, तंत्र, और मंत्र तीनों ही प्रकार के प्रयोग किये जा सकते हैं। यहां हम ऐसे ही एक अचूक मंत्र का प्रयोग बता रहे हैं। यह मंत्र दुर्गा सप्तशती का अनुभव सिद्ध मंत्र है। यह मंत्र तथा कुछ निर्देश इस प्रकार हैं-

    ज्ञानिनामपि चेतांसि, देवी भगवती ही सा। बलादाकृष्य मोहाय, महामाया प्रयच्छति ।। 
यह एक अनुभवसिद्ध अचूक मंत्र है। इसका प्रयोग करने से पूर्व भगवती त्रिपुर सुन्दरी मां महामाया का एकाग्रता पूर्वक ध्यान करें। ध्यान के पश्चात पूर्ण श्रृद्धा-भक्ति से पंचोपचार से पूजा कर संतान भाव से मां के समक्ष अपना मनोरथ व्यक्त कर दें। वशीकरण सम्बंधी प्रयोगों में लाल रंग का विशेष महत्व होता है अत: प्रयोग के दोरान यथा सम्भव लाल रंग का ही प्रयोग करें। मंत्र का प्रयोग अधार्मिक तथा अनैतिक उद्देश्य के लिये करना सर्वथा वर्जित है।

Wednesday, 28 October 2015

Muslim Vashikaran Mantra Paryog


मुस्लिम वशीकरण-प्रयोग

Muslim Vashikaran Mantra Paryog
1. “आगिशनी माल खानदानी। इन्नी अम्मा, हव्वा यूसुफ जुलैखानी। ‘फलानी’ मुझ पै हो दीवानी। बरहक अब्दुल कादर जीलानी।”
विधिः- पूरा प्रयोग २१ दिन का है, किन्तु ११ दिन में ही इसका प्रभाव दिखाई देने लगता है। इस प्रयोग का दुरुपयोग कदापि नहीं करना चाहिए, अन्यथा स्वयं को भी हानि हो सकती है। साधना-काल में मांस, मछली, लहसुन, प्याज, दूध, दही, घी आदि वस्तुओं का प्रयोग नहीं करना चाहिए। स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहन कर साधना करनी चाहिए। पवित्रता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। लम्बी धोती या स्वच्छ वस्त्र को ‘अहराना’ की तरह बाँध कर साधना करनी चाहिए। शेष बची हुई धोती या कपड़े को शरीर पर लपेटते हुए सिर को ढँक लेना चाहिए। एक ही कपड़े से पूरा शरीर ढँकना चाहिए, जैसे हिन्दू-स्त्रियाँ पहनती है।
उक्त मन्त्र की साधना रात्रि में, जब ‘नमाज’ आदि का समय समाप्त हो जाता है, तब करनी चाहिए। साधना करने से पहले मुसलमानी विधि से वजू करे। हो सके, तो नहा ले। जप या तो हिन्दू-विधि से करे या मुसलमानी विधि से। हिन्दू-विधि में माला का दाने अपनी तरफ घुमाए जाते हैं। मुसलमानी विधि में माला के दाने अपनी तरफ से आगे की ओर खिसकाए जाते हैं। प्रतिदिन 1100 बार जप करे। यदि 11 दिन से पहले ‘साध्य’ आ जाए, तो न तो अधिक घुल-मिल कर बात करे, न ही किसी प्रकार का क्रोध करे। कोई बहाना बनाकर उसके पास से हट जाए। यदि 11 दिन में कार्य न हो तो २१ दिन तक जप करे। मन्त्र में ‘फलानी’ की जगह ‘साध्या’ का नाम लेना चाहिए।

2. “काला मयींयो इल इजामा वहैया रमीम।”
विधिः-
उक्त मन्त्र ‘कुरान शरीफ’ के 23वें ‘पारे’ में है। इस मन्त्र का दुरुपयोग कदापि न करे, अन्यथा स्वयं की हानि हो सकती है।
साधना में एक मिट्टी का चौड़ा बर्तन रखे। बर्तन में हवा जाने के लिए नीचे की ओर दो-चार छोटे-छोटे छेद करे। बर्तन में आम की लकड़ी के कोयले भर दें। कुछ कोयले अलग रख ले। बर्तन के कोयले जला कर एक बार ‘बिस्मिल्लाह’ एढ़े और ग्यारह बार ‘दरुद शरीफ’ पढ़े तथा खुदा से ‘प्रयोग’ की सफलता हेतु दुआ करे। फिर बाँएँ हाथ में एक काली मिर्च तथा दाहिने हाथ में माला लेकर उक्त मन्त्र 40 बार पढ़े। काली मिर्च और कोयले को फूँक मारते हुए मिट्टी के बर्तन में जलते हुए कोयले पर डाले। यदि ‘साध्य’ का नाम ज्ञात हो, तो उसका नाम कभी-कभी ले ले। अन्यथा उसका स्मरण करे। इस प्रकार ११ दिनों तक करे। यदि बीच में ‘साध्य’ आ जाए, तो भी ११ दिन तक ‘प्रयोग’ करे। अधूरा न छोड़े।

3. “बिस्मिल्लाहे रहेमानिर्रहीम, आलमोती होवल्लाह।”
विधिः- शुक्रवार से जप प्रारम्भ करे, लोहबान की धूप दे। कान में ‘गुलाब के इत्र’ का फाहा लगाए। 40 दिनों तक रात्रि के समय नित्य एक माला जप करे। प्रयोग के समय सात बार किसी खाने-पीने की वस्तु पर फूँक मारकर खिलाए। इससे किसी को भी वश में किया जा सकता है।

4. “बिस्मिल्लाहे रहेमानिर्रहीम सलामुन, कौलुनमि-नरर्विवरहीम तनजोलुल अजिजुर्रहीम।”
विधिः- उक्त मन्त्र के अनुसार प्रयोग के समय एक बार ‘बिस्मिल्लाह’ पढ़कर अपने हाथों की दोनों हथेलियों पर फूँक मारकर अपने चेहरे पर इन हथेलियों को फेरे। जहाँ जाएँगे, लोग वशीभूत होंगे।

5. “बिस्मिल्लाह हवाना कुलु अल्ला, हथगाना दिल है सख। तुम हो दाना, हमारे बीच फलाने/फलानी को करो दिवाना।”
विधिः- शुक्रवार से प्रारम्भ करे। लोहबान जलता रहे। २१ बार ‘बिनौला’ लेकर, प्रत्येक बिनौला पर २१ बार उक्त मन्त्र पढ़कर फूँक मारे। फलाने/फलानी की जगह जिसे वश में करना है, उसका नाम ले। फिर उन बिनौलों को आग में डाल दे। ऐसा सात शुक्रवार तक करे। यह मन्त्र उसी अवस्था में काम करेगा, जब एक-दूसरे को जानते-पहचानते हों।

Vashikaran karane ke aasan upay

1. यदि शत्रु अनावश्यक परेशान कर रहा हो तो भोजपत्र का टुकड़ा लेकर उस पर लाल चंदन से शत्रु का नाम लिखकर शहद की डिब्बी में डुबोकर रख दें। शत्रु वश में आ जाएगा।
2. काले कमल, भवरें के दोनों पंख, पुष्कर मूल, श्वेत काकजंघा - इन सबको पीसकर सुखाकर चूर्ण बनाकर जिस पर डाले वह वशीभूत होगा।
3. छोटी इलायची, लाल चंदन, सिंदूर, कंगनी , काकड़सिंगी आदि सारी सामग्री को इक्ट्ठा कर धूप बना दें व जिस किसी स्त्री के सामने धूप देगें वह वशीभूत होगी।
4. काकजंघा, तगर, केसर इन सबको पीसकर स्त्री के मस्तक पर तथा पैर के नीचे डालने पर वह वशीभूत होती है।
5. तगर, कूठ, हरताल व केसर इनको समान भाग में लेकर अनामिका अंगुली के रक्त में पीसकर तिलक लगाकर जिसके सम्मुख आएंगे वह वशीभूत हो जाएगा। ज्यादातर सभावशीकरण करने के लिए यह प्रयोग किया जाता है।
6. पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में अनार की लकड़ी तोड़कर लाएं व धूप देकर उसे अपनी दांयी भुजा में बांध लें तो प्रत्येक व्यक्ति वशीभूत होगा।
7. शुक्ल पक्ष के रविवार को ५ लौंग शरीर में ऐसे स्थान पर रखें जहां पसीना आता हो व इसे सुखाकर चूर्ण बनाकर दूध, चाय में डालकर जिस किसी को पिला दी जाए तो वह वश में हो जाता है।
8. पीली हल्दी, घी (गाय का), गौमूत्र, सरसों व पान के रस को एक साथ पीसकर शरीर पर लगाने से स्त्रियां वश में हो जाती है।
9. बैजयंति माला धारण करने से शत्रु भी मित्रवत व्यवहार करने लगते हैं। भगवान श्री कृष्ण ने यह माला पहनी हुई थी व उन्हें यह अतिप्रिय थी व उनमें सबको मोहित करने की अद्भुत क्षमता भी थी।
10. कई बार पति किसी दूसरी स्त्री के चंगुल में आ जाता है तो अपनी गृहस्थी बचाने के लिए स्त्रियां यह प्रयोग कर सकती हैं। गुरुवार रात 12 बजे पति के थोड़े से बाल काटकर जला दें व बाद में पैर से मसल दें अवश्य ही जल्दी ही पति सुधर जाएगा।
11. कनेर पुष्प व गौघृत दोनों को मिलाकर, वशीकरण यंत्र रखें व आकर्षण मंत्र का जप करें। जिसका नाम लेकर 108 बार जप करेंगे तो वह सात दिन के अंदर वशीभूत हो जाएगा।

Tuesday, 27 October 2015

Achuk Vashikaran Mantra Paryog

मंत्र :-
"ऐं पिन्स्थां कलीं काम-पिशाचिनी शिघ्रं ‘अमुक’ ग्राह्य ग्राह्य, कामेन मम रुपेण वश्वैः विदारय विदारय, द्रावय द्रावय, प्रेम-पाशे बन्धय बन्धय, ॐ श्रीं फट्।"
विधि- 
उक्त मन्त्र को पहले पर्व, शुभ समय में 20000 जप कर सिद्ध कर लें। प्रयोग के समय ‘साध्य’ के नाम(जिसको वश में करना हो) का स्मरण करते हुए प्रतिदिन 108 बार मन्त्र जपने से ‘वशीकरण’ हो जाता है।

Tuesday, 13 October 2015

Sammohan Vashikaran Tantra Sadhana - सम्मोहन वशीकरण साधना

Sammohan Vashikaran Sadhana - सम्मोहन वशीकरण साधना
मंत्र :-
           ॐ नमो आदेश गुरु का सिद्ध माला स्तम्भनी मोहिनी वशीकरणी 
            आमुक मोहिनी ममवशय करि करि ईच्छित कार्य पूर्ति कुरु स्वाहा: ॥ 
प्रयोग विधि :-
                       yah prayog kisi bhi sukrawar se shuru karna chahiye, pahle dus hajaar mantra ka jup karne    par yah siddh ho jata hai siddh karne ke liye samne lakdike takhte par safed kapda bichhakar uspar kisi katori me siyar singi rakh le aur us par keshar se tilak kar de, samne dipak laga de aur agarbati jalaye fir rudraksh ki mala se mantra ka jaap kare,
dus hajar mantra ka jup karne par yah prayog siddh ho jata hai. tab us siyar singi ko kisi gopiniy sthan par rakh de aur jab kisi ko apne vash me karna ho to siyar singi kr pas me ya upar thodi si chini ya milk ka prasaddh ya supari ya pan ya koi bhi vastu rakh kar keval 11 bar yah mantra aur amuk kesthan par uska naam le kitna bhi kathor dil ho aapke kadmo me aa padega..



Monday, 12 October 2015

Shukar Dant Vashikaran Prayog

"Om him kli kli shree varah dantay bhairavay namaha:"

shukar dant vashikaran ek achuk  prayog hai . jisko btaye anusar prayog karane par laabh hoga
नोट:- बताये गये वशीकरण प्रयोगो  में  आपको  सफलता प्राप्त नही हो पा रही हैं तो बाबाजी का मार्ग दर्शन ले सकते हो या बाबा जी से करवा सकते हो 

Saturday, 10 October 2015

Powerful Kamakhya Devi mantra


Kamakhya Beej Mantra:-

क्लीं क्लीं कामाख्या क्लीं क्लीं नमः |
 Kleem Kleem Kaamaakhyaa Kleem Kleem namah |

Kamakhya Vashikaran Mantra:-

Om namo kamakshi devi aamuki me vansham kuru kuru swaha |
Kamakhya Devi Mantra:--
Kamakhy Varade Devi Nilparvatvasini,
Twam Devi Jagatam Mataryonimudre Namostute |

Kamakhya Pranam Mantra:-

Kamakhye kaam sampane kamesvari hari priye,
Kaamnaam dehi me nityem kaamesvari namostute|
According to Hindu Mythology chanting of Kamakhya Mantra regularly is the most powerful way to please Goddess Kamakhya and get her blessing.
How to chant Kamakhya Mantra
To get the best result you should chant Kamakhya Mantra early morning after taking bath and in front of Goddess Kamakhya Idol or picture. You should first understand the Kamakhya Mantra meaning in hindi to maximize its effect.
Benefits of Kamakhya Mantra
Regular chanting of Kamakhya Mantra gives peace of mind and keeps away all the evil from your life and makes you healthy, wealthy and prosperous.

Saturday, 3 October 2015

Powerful Tilak Vashikaran Mantra and Upay

 

Tilak se Vashikaran Karane ka upay

हर कोई दूसरे को मोहित या वश में कर लेना चाहता है। दूजों को आकर्षित करने के लिए तिलक लगाना सर्वोत्तम प्रयोग है।वशीकरण तिलक बनाने के लिए निम्न पदार्थ का उपयोग करना चाहिए-शुद्ध सिन्दूर, शुद्ध केसर, शुद्ध गोरोचन को बराबर भाग में मिलाकर एक चांदी की डिबिया में रखना चाहिए। प्रातः सूर्योदय के उपरान्त इस डिबिया में से तिलक लगाना चाहिए।
तिलक लगाने के लिए भी भृकुटि के मध्य आज्ञाचक्र पर ही लगाना चाहिए।
तिलक लगाते समय अधोलिखित मन्त्र को पढ़ना चाहिए-
ऊँ नमः सर्व लोक वशंकराय कुरु कुरु स्वाहा।
इस प्रयोग को करके आप भी लाभ उठाएं और दूजों को भी बताएं जिससे वे भी लाभ उठा सकें। यह मन्त्र और प्रयोग अनुभूत है। इसे आप करके लाभ उठा बता सकते हैं। यह प्रयोग वशीकरण प्रयोग है इसका दुरुपयोग न करके दूजों के हित के लिए उपयोग में लाना चाहिए। इस प्रयोग में मन्त्र व तिलक दोनों की महत्ता है।
Note:- aapko vashikaran ka durparyog  nahi karna hai warna aap paap ke bhagidar ban jate hai

Friday, 2 October 2015

karja mukti ke saral upay in Hindi

हाथ में दोष होने के कारण किसी न किसी प्रकार कर्जा बना रहता है या फिर तकलीफो को सामना करना पड़ता है-
suraj ko jal dena
उपाय :

कर्जा मुक्ति के लिए सरल उपाय -

१. पांच गुलाब के फूल ले ले जिनकी पंखुड़िया टूटी न हो फिर एक सवा मीटर सफेद कपडा ले और उसके चारो कोनो में चार गुलाब के फूल बांध दे और आखिरी फूल बीच में  बांध दे और फिर इस कपडे को गंगा में डाल दे -
ये उपाय शनिवार को करना है -

२. सूर्य को जल दे प्रत्येक रविवार को ताम्बे  लोटे में 31 बीज लाल मिर्च के डाल  कर सूरज को जल दे -


Hath mein dosh hone ke karan vykti pr kisi na kisi prakaar ka karja bana rahata hai aur wo insaan takleefo ka samna karta rahata hai- (Baba dev nath)

Karz Mukti Ke Liye Saral Upay:-

1. Paanch gulaab ke fool lene hai shaniwar ke din jinki pankhudiya tooti na ho aur sawa meter safed kapda aur chaar gulaab ke fulo ko charo kono mein bandh dena hai aur aakhiri gulaab ke phool ko beech mein bandh dena hai aur phir us kapde ko ganga mein daal de na hai- (http://indianpalmreading.blogspot.com)

2. Surya ko prtyek ravivar ko jal dena hai.  Ek taambe ke lotte mein 31 laal mirch ke beej daal kar suraj devta ko jal de.

Monday, 28 September 2015

Kali Sabar Mantra Ke Achuk Paryog

"Kali Kali Maha kali, Inder ki beti Brahma ki sali
Piti bhar bhar rakt payali, ud baithi pipal ki dali
Dono hath bajai tali, Jahan jai vajra ki tali,
Vahan na aye dushman hali,
Duhai kamro kamakhya naina yogni ki,
Ishwar mahadev gora parvti ki,
Duhai veer masan ki". 


40 din 108 bar roj jap kar sidh kare, paryog ke time padh kar teen bar jor se tali bajaye, jahan tak tali
ki awaj jayegi, dushman ka koi var ya bhoot pret asar nahi karega.

काली काली महा-काली, इन्द्र की बेटी, ब्रह्मा की साली। पीती भर भर रक्त प्याली, उड़ बैठी पीपल की डाली। दोनों हाथ बजाए ताली। जहाँ जाए वज्र की ताली, वहाँ ना आए दुश्मन हाली। दुहाई कामरो कामाख्या नैना योगिनी की, ईश्वर महादेव गोरा पार्वती की, दुहाई वीर मसान की।।”
विधिः- प्रतिदिन 108 बार 40 दिन तक जप कर सिद्ध करे। प्रयोग के समय पढ़कर तीन बार जोर से ताली बजाए। जहाँ तक ताली की आवाज जायेगी, दुश्मन का कोई वार या भूत, प्रेत असर नहीं करेगा।

Tuesday, 22 September 2015

Vashikaran Mantra For Love Marriage

भगवान श्री कृष्ण के राधा जी के साथ प्रेममय स्वरुप का ध्यान करें. भगवान के ऐसे चित्र या मूर्ती को लाल / गुलाबी रंग के गोटेदार वस्त्र पर स्थापित करके धूप, दीप, पुष्प, इत्र मीठा अर्पित करके गुलाबी रंग के आसन पर बैठ कर चन्दन की माला से नित्य एक माला इस मंत्र का जाप करें.
मंत्र- ॐ हुं ह्रीं सः कृष्णाय नम:
मंत्र जाप के पश्चात भगवान को शहद के छीटे दें।

Wednesday, 2 September 2015

Kamdev Powerful Sex Sidh Mantra

This is a very powerful sex magic spells. Spells never can fail but it required ritual according to complete rules and regulations for sex spells ritual. Some very powerful sex magic spells are provided here. According to Spells science – Spells can control on the feeling of love and sex. And the deity of Sex is Kamdeva. If you want to attract to someone for sex or want to increase your sex power than following sex spells will definitely helpful for you. You need to do the spell casting with following sex spells:
Kamdev or Sex Spell:
"Om Kamdevya vidya, rati priyaya dhimahi, tanno anang prachodyat ||"
Above Spells will help to find suitable, smart, beautiful and powerful life partner. It also helps to maintain the happy marriage life and Happy sexual intercourse with life partner or sex partner.
Following is the Kamdev Shabar sex spells to increase the Sex Power:

"Om Namho Bhagweta kamdavya yasya yasya drashyo bhavami
Yasya yasya mam
Mukhn pashyanti tatn tatn mohyastu swaha ||"
This is believe that with the help of above these sex spells anyone can increase his / her attraction power and sex power.


sex sidh vashikaran mantra/ Spell effective on- If you feel less desire of sex in you or your partner.
- How to make ready to your desire Girl / Boy for Sex.
- Due to any reason if there is problem or disease regarding sexual intercourse then remove them from root by spells easily at home without informing anybody.
 
if you not success in this mantra just contact our babaji and order for this mantra result 100% positive in your hand

Sunday, 15 March 2015

Divya Deh Siddhi Mantra

For this sadhnaa one should gets up at early morning and take bath. After bathing he should offer water as divine offering to the sun and gets his blessings for success. Then in your sadhnaa room be seated on white altar and in front of you on wooden slab spread white cloth on the left side of picture put supari in the form of Lord Ganesha. After that make two heaps of rice in front of it then lit a lamp (Deepak) of cow’s ghee on the heap of your left side, there must be as much place that a copper bowl with half  liter water can be placed there and on right side place oil lamp(Deepak).
When all this done then in front of Ganpati ji put copper bowl and in it make a circle with raktchandan and in that circle write “Hroum” and then placed Parad Shivling and Rudrakshh on it. After this you need to do Ganpati Poojan, Shivling Poojan with panchopchaar procedure or as per your capacity and then enchant 11 rosary. Further while speaking OM (11 times) take water from that copper bowl (in which Ganga jal is already mixed) with the help of small tea spoon and offer that water on Shivling while speaking Divya Deh Sidhi Mantra. Carry on this procedure for 14 days and it will take just an hour. Remember you have to do Upanshu Jap and that water which you offer to Shivling, use that water during your bath on next day.

Divya Deh Sidhi Mantra-
OM HROUM HREENG KREENG JOOM SAH DEH SIDDHIM SAH JOOM KREENG HREENG HROUM OM

 ह्रौं ह्रीं क्रीं जूं सः देह सिद्धिम् सः जूं क्रीं ह्रीं ह्रौं 

After 14 days place Shivling at your poojan place and rudraksh at Kaali or Durga Temple with some alms. After this you need to enchant this mantra 21 times daily, so to achieve success in sadhnaas firstly get rid of your short-comings as it is only with healthy body we can make our aasan capacity as much solid and durable as we want.

Sunday, 1 March 2015

Karna Pishachini Sadhna Mantra

Karna Pishachini is a feminine form of invisible being "Yakshini" with immense powers. Karna Pishachini has the powers to tell the past of any person as well as future. If anyone attains mastery or 'sidhi' of the Karna Pishachini , the Karna Pishachini answers the past of any person and his intentions with his personality into your ear.

In Tantra Karna Pishachini is described as a shakti (power) that whispers the answers to questions asked by others into the ear of practitioner.

After attaining the mastery over Karna Pishachini, One gains the ability to destroy the enemies and all evils from the life. There is a mala mantra of Karna Pishachini which can be used in daily practices to achieve the desired goals.


Karna Pishachini Mala Mantra

"Om Aim Hreem Shreem Dum Hum Phat Kanak Vajra Vaidurya Mukta Alankrat Bhushne Ahe Ahe Aagachh Aagachh Mam Karne Pravishya Pravishya Bhoot Bhavishya Vartmaan Kaal Gyan Door Drishti Door Shravanam Broohi Broohi Agni Stambnam Shatru Stambnam Shatru Mukh Stambnam Shatru Gati Stambnam Shatru Mati Stambnam Paresham Gatim Matim Sarva Shatrunaam Vaag Aarambh Stambnaam Kuru Kuru Shatru Karya Hani Kari Mam Karya Sidhi Kari Shatrunaam Udyog Vindhwans Kari Veer Chamundani Hatakdarni......."

उक्त मंत्र का प्रयोग किसी एकांत  जगह पर करे जैसे जैसे सिद्धि की तरफ बढ़ते जायेंगे प्रेत आत्माओ आगमन शुरू हो जायेगा पिशाचिनी आपके कान में आकर सभी प्रश्नो का उत्तर दे जाएगी
ध्यान दे :- कमजोर दिल वाले व्यक्ति इसका प्रयोग ना करे किसी विशेषज्ञ की राय ले ले !

Monday, 2 February 2015

Powerful Vashikaran Mantra Paryog

Vashikaran mantra is used to control someone. Some vashikaran mantras are being given here which can be done by a common man easily.
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Powerful Surya Vashikaran Mantra to get your boyfriend, husband or Ex love back.
ॐ नमो भगवते श्रीसूर्याय ह्रीं सहस्त्र-किरणाय ऐं अतुल-बल-पराक्रमाय नव-ग्रह-दश-दिक्-पाल-लक्ष्मी-देव-वाय, धर्म-कर्म-सहितायै ‘अमुक’ नाथय नाथय, मोहय मोहय, आकर्षय आकर्षय, दासानुदासं कुरु-कुरु, वश कुरु-कुरु स्वाहा।”
विधि- सुर्यदेव का ध्यान करते हुए उक्त मन्त्र का १०८ बार जप प्रतिदिन ९ दिन तक करने से ‘आकर्षण एवं वशीकरण’ का कार्य सफल होता है।
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Kamdev Mantra for Attraction
“ॐ नमो भगवते काम-देवाय श्रीं सर्व-जन-प्रियाय सर्व-जन-सम्मोहनाय ज्वल-ज्वल, प्रज्वल-प्रज्वल, हन-हन, वद-वद, तप-तप, सम्मोहय-सम्मोहय, सर्व-जनं मे वशं कुरु-कुरु स्वाहा।
विधीः- उक्त मन्त्र का २१,००० जप करने से मन्त्र सिद्ध होता है। तद्दशांश हवन-तर्पण-मार्जन-ब्रह्मभोज करे। बाद में नित्य कम-से-कम एक माला जप करे। इससे मन्त्र में चैतन्यता होगी और शुभ परिणाम मिलेंगे।
प्रयोग हेतु फल, फूल, पान कोई भी खाने-पीने की चीज उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित कर साध्य को दे।

Sunday, 1 February 2015

Pati patni me Anban se chutkara upay

यदि परिवारों में सुख सुविधा के समस्त साधान होते हुए भी छोटी-छोटी बातो में पति-पत्नी के बिच मे कलह होता रहता हैं, तो निम्न मंत्र का जाप करने से पति-पत्नी के बिचमें शांति का वातावरण बनेगा


मंत्र -
 धं धिं धुम धुर्जते पत्नी वां वीं बूम वाग्धिश्वरि।
क्रं क्रीं क्रूं कालिका देवी शं षीम शूं में शुभम कुरु॥

यदि पत्नी यह प्रयोग कर रही हैं तो पत्नी की जगह पति शब्द का उच्चारण करे

प्रयोग विधि –

  •  प्रातः स्नान इत्यादी से निवृत्त हो कर के दूर्गा या मां काली देवी के चित्र पर लाल पुष्प भेटा कर  धूप-दीप जला के सिद्ध स्फटिक माला से 21 दिन तक 108 बार जाप करे लाभा प्राप्त होता हैं।
  • शीध्र लाभ प्राप्ति हेतु प्रयोग करने से पूर्व मां के मंदिर में अपनी समर्थता के अनुशार अर्थ या वस्त्र भेट करें।
  • लाभ प्राप्ति के पश्चयात माला को जल प्रवाह कर दें।

यदि आप इस  प्रयोग विधि करने में असमर्थ हैं?, तो आप हमसे संपर्क कर अन्य उपाय जान सकते हैं।

Friday, 30 January 2015

Ladki Ladke Ko Vash Me Karne Ka Upay

YADI KISI KI PATNI YA PREMIKA AKARAN RUTH GAYI HO .. YA AAPAS ME HAMESHA KALAH RAHTA HO TO YAH PRAYOG KARNA CHAHIYE. YADI KISI KANYA SE BATCHIT TO HOTI HAI .. LEKIN SABKUCHH KHULA KHULA SA NAHI HO .. FIR BHI DIL ME YAH TAMANNA HO KI US KANYA SE VIVAH HO                      JAYE .. TO BHI YAH PRAYOG KIYA JA SAKTA HAI.
ISKA PRAYOG KISI BHI MAAH KE KRISHNA PAKSHA KE PAHALI TITHI SE SHURU KIYA JATA HAI. ISKE LIYE KISI EKANT KAMRE ME AASAN BICHHAKAR BAITH JAYE. SADHAK KA CHEHRA UTTAR YA PURVA DISHA KI OR HONI CHAHIYE. APNE SAMNE MATRA EK DIPAK AUR EK AGARBATTI JALA PARYAPT RAHTA HAI. FIR NIMNA MANTRA KO 108 BAR PADHNA CHAHIYE.
MANTRA :  "KALI CHIDIYA CHIG CHIG BOLE
                      KALI BANKAR JAYE
                      'AMUK' KO VASH ME KAR KARAYE
                       NA KARAYE TO YATI HANUMANT
                       KI AAN".
AISA SAPTMI TITHI TAK DUHARAYA JATA HAI. MANTRA ME LIKHE 'AMUK' KE JAGAH PAR APNI PATNI YA PREMIKA KA NAAM LENA CHAHIYE.
AGALE DIN YANI ASHTMI KO .. SHAKALYA + GUD + GUGGUL + GHRIT AAPAS ME MILAKAR ISI SE 108 BAAR AAHUTI AGNI ME DE DI JATI HAI. BAS YAH MANTRA KAAM KARNA SHURU KAR DETI HAI. ISKE BAAD JAB KABHI MAUKA MILE KISI BHI KHADY-PADARTH PAR MANTRA SAAT BAR PADH KAR PREMIKA YA PATNI KO KHILA DENI CHAHIYE.. BAS SAMASYA SAMADHAN KE RASTE SAMNE AA JATE HAI.

YADI IS KRIYA SE SAMASYA SAMADHAN KE RASTE TURANT NA KHULE TO KOI AASHCHARY KI BAAT NAHI .. KYONKI VIPRIT GRAH KE KUPRABHAV KE KARAN SAMUCHIT FAL NAHI MIL PATA HAI. AISE ME GARH SHODHAN KE UPAY BHI KAR LENI CHAHIYE.
JANMAANG ME YADI PREM VIVAH KA YOG  NA HO TO YAH TANTRA NISHFAL HO JAYEGA. YADI JANMANG ME "TALAAK KA YOG" HO TO BHI YAH PRAYOG NISHFAL HO JAYEGA. AISE ME KUNDLI PARIKSHAN KARVA LENI CHAHIYE AUR UPAY KE ANY SANSADHAN KE BHI PRAYOG KAR LENI CHAHIYE. ISI TARAH KI EK AUR SIDDHI HOTI HAI .... ATAR MOHINI SIDDHI. IS SIDDHI KE LIYE 40 DINO TAK SADHNA KARNI HOTI HAI. VAISE SIDDHA ATAR KO KOI BHI APNE UPAR / VASTRA PAR LAGA KAR APNE SADHY SE MILKAR ANUKUL PRABHAV DAL SAKTA HAI. MAINE SIDDHA KI HUI ATAR MOHINI KO .. BAHUTON KO DIYA .... SABHI KE CHEHRE PAR MAINE KHUSHI YUKTA RAHSYMAYI MUSKAN DEKHE. YAH DEKH KAR TO MAI YAHI ANDAJ LAGA SAKTA HUN KI, UNKO MANO-VANCHHIT SAFALTA HASIL HO GAYI.

Dhyan Rahe Ki, Yah Kriya Patni Ko Vash Me Karne Ke Liye Hai .. Ya Fir Koi Sachcha Premi Apni Premika Ko Shadi Jaisi Baat Manvane Ke Liye  Kar Sakta Hai.

ISKA PRAYOG PATI KO VASH ME KARNE KE LIYE NAHI KIYA JA SAKTA .. YA PREMI KO VASH ME KARNE KE LIYE BHI NAHI KIYA JA SAKTA HAI.

Yah Kriya Apne Aap Me Pramanik hai. Isko Har Koi  Prayog Me Shartanusar Hi Laye To Jyada Behtar Hoga. Shart Yah Ki, Iske Prayog Karne Vale Ko Tantra Kriya Ke Karan Utpanna Hone Vali Sakaratmak Urja Ko Sahi Disha Me Le Jane Ka Gyan Ho .. Ya Fir, Galti Kar Jane Par Utpanna Hue Nakaratmak urja Ko Shant Kar Dene Ki Kshamta Ho. Nakaratmak Urja Rog, Ladai-Jhagde, Mansik Pareshani Aadi Kasht DetI Hai. Isi Karan Tantra Kriya Ko Karne Ke Liye Aam Aadmi Ko Ijajat Nahi Di Jati. Tantra Kriya Tantriko Ke Liye Hai

Thursday, 29 January 2015

Hajrat partyakshikaran paryog ~ हाजरात प्रत्यक्षीकरण प्रयोग

पहले किसी पीर की दरगाह पे जाके आगया अनुमति ले ! वहा हलवा और फूल चड़ाए

शुक्रवार को चाँद निकलने के बाद जौ के सवा किलो आटे से एक पुतला बनाओं जिसे की हाजरात कहा जाता है, ये क्रिया शहर या गाँव के बाहर किसी मजार पर जाकर संपन्न की जा सकती है. टोंटीदार लोटे में पानी अपने साथ लेजाकर अपने हाथ पाँव,मुह धो ले और लुंगी तथा जाली दर बनियान या कुरता धारण करे रहे , यदि हरा आसान और वस्त्र हो तो ज्यादा बेहतर रहता है .उस मजार पर हिने का इत्र और मिठाई चढ़ा दे और आसन पर वीर आसन की या नमाज पढ़ने की मुद्रा पश्चिम दिशा की और मुह करके बैठ जाये और दिशा बंधन कर अपने सामने हाजरात को स्थापित कर सबसे पहले १०१ बार दरूद शरीफ पढ़े.

अल्लाह हुम्मा सल्ले अला सैयदना मौलाना मुहदिव बारीक़ वसल्लम सलातो सलामोका या रसूलअल्लाह सल्ललाहो ताला अलैह वसल्लम.

इसके बाद निम्न मन्त्र की हकीक माला से ११ माला करे और ये क्रम एक शुक्रवार से दुसरे शुक्रवार तक करना है,पुतला वही रहेगा जिस पर आपने पहले दिन साधना की है.ऐसा करने से हाजरात प्रत्यक्ष हो जाता है तब उससे तीन बार वचन लेकर उसे जाने को कह देना और जब भी जरुरत हो उसे बुलाकर कोई भी उचित कार्य करवाया जा सकता है. कमजोर दिल वाले साधक इस साधना को ना करे और करने के पहले गुरु की आज्ञा अवश्य ले लें.

मंत्र

या यैययल अलऊ इन्नी कलकिया इलैलया किताबून करीम

ईन्न उन्नुहु मिन सुलैमाना मिन्न हु बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम

Saturday, 3 January 2015

Mantra of Husband Drinking Problems

शराब छुड़ाने का टोटका-मंत्र ~ Mantra of Husband Drinking Problems
  • जिन महिलायों के पति अधिक शराब का सेवन करते हैं तथा अपनी आय का अधिक हिस्सा शराब पर लुटातें हैं,उनके लिए यह सब से सरल उपाय है|जिस दिन आपके पति शराब पीकर घर आयें और अपने जूते और उनका जूता अपने आप ही उल्टा हो जाये तो आप उस जूते के वजन के बराबर आटा लेकर उसकी बिना तवे तथा चकले की मदद से रोटी बनाकर कुत्ते को खिला दें|कुछ ही समय में वह शराब से घृणा करने लगेंगे|यदि ऐसा संजोग लगातार कम से कम तीन दिन हो जाये तो वह तुरंत ही शराब छोड़ देंगे|
  • शराब छुड़ाने का एक उपाए यह भी है की आप किसी भी रविवार को एक शराब की उस ब्रांड की बोतल लायें जो ब्रांड आपके पति सेवन करते हैं|रविवार को उस बोतल को किसी भी भैरव मंदिर पर अर्पित करें तथा पुन: कुछ रूपए देकर मंदिर के पुजारी से वह बोतल वापिस घर ले आयें|जब आपके पति सो रहें हो अथवा शराब के नशे में चूर होकर मदहोश हों तो आप उस पूरी बोतल को अपने पति के ऊपर से उसारते हुए 21  बार “ॐ नमः भैरवाय” का जाप करें|उसारे के बाद उस बोतल को शाम को किसी भी पीपल के वृक्ष के नीचे छोड़ आयें|कुछ ही दिनों में आप चमत्कार देखेंगी|
  • शराब छुडवाने का एक यह भी उपाय है की आप एक शराब की बोतल किसी शनिवार को पति के सो जाने के बाद उन पर से 21  बार वार लें|उस बोतल के साथ किसी अन्य बोतल में आठ सो ग्राम सरसों का तेल लेकर आपस में मिला लें और किसी बहते हुए पानी के किनारे में उल्टा गाढ़ दें जिससे बोतलों के ऊपर से जल बहता रहे|
  • गुरूवार को केले पर हल्दी लगाकर गुरु के 108 नामों के उच्चारण से भी पति की मनोवृति बदलती है|
  • केले के वृक्ष के साथ यदि पीपल के वृक्ष की भी सेवा कर सकें तो फल और भी जल्दी प्राप्त होता है|
  • गृह क्लेश दूर करने के लिए तथा आर्थिक लाभ के लिए गेँहू शनिवार को पिसवाना चाहिए|उसमे प्रति दस किलो गेँहू पर सो ग्राम काले चने डालने चाहिए|

Shiv Aghor Sadhna Mantra Hindi ~ शिव अघोर साधना मन्त्र

AGHOR SHIV SADHNA :-

MRITHUNJAYA MANTRA contains three key words of essence: Thryambaka, Sugandhim and Pushtivardhanam. It is hailed by rishis and sages as the heart of the Vedas. It is a “great death-conquering mantra" and is also known as “Tryambakam Mantra”. It is sometimes known as the Mrita or Sanjivini mantra because it is a component of the ‘life-restoring’ practice given to the primordial sage Shukra after he had completed an exhausting period of austerity.

Aum Trayambakam Yajamahe,
Sugandhim Pushtivardhanam;
Urva Rukamiva Bandhanaan,
Mrityor Mokshiye Maamritat.

वैदिक मंत्र
ॐ त्र्यम्बकँ य्यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्द्धनम् ।
उर्व्वारूकमिव बन्धनान्न्मृत्योर्म्मुक्षीय मामृतात् ।
ॐ त्र्यम्बकं य्यजामहे सुगन्धिम्पतिवेदनम् ।
उर्व्वारूकमिव बन्धनादितोमुक्षीय मामुत: ।।


पौराणिक मंत्र
ॐ मृत्युंजयमहादेवं त्राहि मां शरणागतम् ।
जन्ममृत्युजराव्याधिपीडितं कर्मबन्धनै:॥

समय मंत्र
ॐ हौं जुं स: मृत्युंजयाय नम:॥


It is a verse of the Rigveda 7:59:12 and reoccurs in Yajurveda TS 1.8.6.i; VS 3.60. Next to the Gayathri mantra the Mrithunjaya mantra is a widely recited mantra by Hindus. Mahamrityunjaya Mantra is dedicated to Tryambaka, the ‘three eyed one’ – a reference to Rudra. In that sense it is Rudra mantra as it refers to the furious aspects of Shiva’s attributes. It is a ‘life-restoring’ mantra and used in contemplation and meditation. The mantra conceives all the four ‘purushaartas’ or objectives of life - dharma or righteousness; artha or wealth; kama or desire and moksha or liberation. Among its meaning there are three key words: Pushtivardhanam, Sugandhi and Thryambaka needing elaboration. The remaining words means:

‘Aum’ – This is the sacred pranava mantra;
‘yajamahe’ - means ‘we worship, adore and revere you’; ‘
vardhanam’ – is one who nourishes, strengthens or restores, for example health or wealth;
‘urvarukam’ – here ‘urva’ means ‘vishal’ or big, powerful or deadly. ‘Arukam’ means disease. Thus ‘urvarukam means deadly and overpowering diseases. The pumpkin or cucumber interpretation is given to show detachment. The diseases are those caused by the negative effects of the three gunas and therefore (a) ‘avidya’ – ignorance or falsehood and (b) ‘sadripu’ – a constraint of the physical body.
‘bandhanan’ – ‘bandha’ means bondage. ‘bandhanan’ would therefore mean ‘from captivity that is from the stem of the cucumber.
‘mrtyor’ – from death;
‘ma’ – not
‘amrtat’ – for immortality; emancipation

Pushtivardhanam: Pushti means well nourished condition, fullness of life, broadly meaning material benefits. In the beginning stages of life, we all seek material benefits - artha and kama. After artha the basic need one looks forward to kama. Artha and kama together is called pushti. The Vedas say pushti alone is not enough as it relates to this janma only. So Rudram says if you are interested in basic needs and material benefits, come to me as there are other subtler matters such as punya karma.

Sugandhi: Sugandhi means fragrance. The word in the mantra does not refer to physical fragrance, ie perfume but fragrance of character. Perfume emanates from a source and spreads to a reasonable distance. As such noble character spreads with warmth. It is said in the Vedas that one standing under a tree benefits from the fragrance of the flowers. Thus one standing under the shadow of the Lord has the benefit of His dharm This motivates us to serve selflessly.

Thryambaka: Thryambaka means “one who has three eyes” referring to Rudra or Siva who share the same attributes. (1) Firstly, in His ‘vishwaroopa’ or universal form, the three eyes symbolically signify the sun, moon and fire. Sunlight during the day, moon at night and fire in their absence signify illumination. (2) Secondly, the pair of eyes give sight to the material world and its experiences. The third eye is symbolic of ‘atma-jnana’ or knowledge of the Self through which one sees the higher reality. Kamadeva or Manmatha is the God of Desire perennially churning the mind and causing restlessness.

Lord Siva is said to have burned Manmatha with His third eye. This signifies that one burns down all desires through jnana and progress the spiritual path. (3) The third signification is depicted by a Pouranic story. Asuras had amassed strength, wealth with which they built three cities. The three cities symbolise Maya. Lord Siva burns down the cities with His third eye.

The three cities indeed represent (1) sharirathryam - the three bodies – gross body, subtle body and casual body; (2) prapanchathryam - the three worlds - gross world, subtle world and casual world; (3) ‘gunathryam’ - the three gunas - satva, rajas and tamas; One becomes a ‘trigunaatita; ie to go beyond the three gunas by devotion and worship of the Lord. (4)avasthathryam -the three states of experience - waking, dream and deep sleep.

Siva gives moksha purushaartha. There is no necessity to despise moksha. A diamond mine does not desire the diamonds in it; it was not even aware of its presence. The creeper was not aware of the cucumber. Both the diamond and the cucumber will “drop-off” some day when they are ripe or by plunder. Awareness does not bar detachment. ‘Moksha’ means liberation and ‘purushaartha’ means ‘human end’. ‘Moksha purushaartha’ is liberation as an objective worthy of human pursuit. When one’s life is ripe enough and having the benefit of choice, one may get detached from worldly life. Thus one sees that the Mrithyunjaya mantra gives all the four purushaartas of the dharma, artha, kama and moksha. 



After Reciting Mrityunjay mantra One Lakh  times you can start Aghor Shiv Sadhna 



अघोर साधनाएं जीवन की सबसे अद्भुत साधनाएं हैं

अघोरेश्वर महादेव की साधना उन लोगों को करनी चाहिए जो समस्त सांसारिक बंधनों से मुक्त होकर शिव गण बनने की इच्छा रखते हैं.

इस साधना से आप को संसार से धीरे धीरे विरक्ति होनी शुरू हो जायेगी इसलिए विवाहित और विवाह सुख के अभिलाषी लोगों को यह साधना नहीं करनी चाहिए.

  1. यह  साधना  अमावस्या से प्रारंभ होकर अगली अमावस्या तक की जाती है.
  2. यह  दिगंबर साधना है.
  3. एकांत कमरे में साधना होगी.
  4. स्त्री से संपर्क तो दूर की बात है बात भी नहीं करनी है.
  5. भोजन  कम से कम और खुद पकाकर खाना है.
  6. यथा  संभव मौन रहना है.
  7. क्रोध,विवाद,प्रलाप, न करे.
  8. गोबर के कंडे जलाकर उसकी राख बना लें.
  9. स्नान करने के बाद बिना शरीर  पोछे साधना कक्ष में प्रवेश करें.
  10. अब राख को अपने पूरे शरीर में मल लें.
  11. जमीन पर बैठकर मंत्र जाप करें.
  12. माला या यन्त्र की आवश्यकता नहीं है.
  13. जप की संख्या अपने क्षमता के अनुसार तय करें.
  14. आँख बंद करके दोनों नेत्रों के बीच वाले स्थान पर ध्यान लगाने का प्रयास करते हुए जाप करें.
  15. जाप  के बाद भूमि पर सोयें.
  16. उठने के बाद स्नान कर सकते हैं.
  17. यदि एकांत उपलब्ध हो तो पूरे साधना काल में दिगंबर रहें. यदि यह संभव न हो तो काले रंग का वस्त्र पहनें.
  18. साधना के दौरान तेज बुखार, भयानक दृश्य और आवाजें आ सकती हैं. इसलिए कमजोर मन वाले साधक और बच्चे इस साधना को किसी हालत में न करें.
  19. गुरु दीक्षा ले चुके साधक ही अपने गुरु से अनुमति लेकर इस साधन को करें.
  20. जाप से पहले कम से कम १ माला गुरु मन्त्र का जाप अनिवार्य है.


आदल चले बादल चले जाय परे सीता के  वारि ! सीता दिहिनी  शाप !जाय परा समुद्र के पार ! वाचा महुआ वाचे चार , हाके हनु , वरावे भीम ! और न परे हमारे सीम ! इश्वर महादेव कि दुहाई ॐ नमः शिवाय !
SHAKTI IS. Ignorance separates Isvara and Jiva. One bhava is indeed the other bhava. If any separation is noted, it is in the mind-field of maya. If there are two objects, one cannot assume the nature of the other because each has its attribute. If one becomes the other, the nature of one or both is destroyed. Shakti dwelling on Parameshvara is only to attack the ignorance of duality. Water added to milk gives a new component with new density. Two original liquids are lost to find one new identity. An object enjoying its own attribute cannot enter into another and remain the same object. This is the general rule. Shakti merges with Ishvara to found Shiva-Shakti. But it is also an accomplished fact that She is a stand-alone Mother with or without Parameshvara and does not lose Her identity.